Episódios 8
मल्लिका जान: हीरामंडी की रानी
इधर मल्लिकाजान अपनी तवायफ़ों पर शिकंजा कस रही है, उधर सड़कों पर बगावत बढ़ रही है. आलमज़ेब को पहली बार प्यार का अहसास होता है. वली, बिब्बो को एक अहम जानकारी देता है.
Ler Maisफ़रीदन जान: एक पुरानी चुनौती
एक नवाब उसका दिल तोड़ देता है, तो लज्जो अपने पुराने आशिक को पाने के लिए शराब और मुजरे का सहारा लेती है. मल्लिकाजान का अतीत उसके सामने आता है, तो वह एक गहरे राज़ से पर्दा उठाती है.
Ler Maisवहीदाजान - गहरे ज़ख्म
ख्वाबगाह में फ़रीदन के वापस आने से तनाव बढ़ जाता है, क्योंकि मल्लिकाजान अपना दबदबा कायम रखने के लिए तरह-तरह की चालें चलती है. वहीदन अपने बलबूते पर एक बड़ा कदम उठाती है.
Ler Maisआलमज़ेब: मासूम सा मोहरा
आलम के पहले मुजरे का दिन करीब आ रहा है और वह हीरामंडी की रवायतों पर सवाल उठाती है. सायमा अनजाने में मल्लिकाजान के गुस्से का शिकार हो जाती है और फ़रीदन इसका करारा जवाब देती है.
Ler Maisताजदार: इश्क की कशमकश
मल्लिकाजान और उसकी तवायफ़ें आलम को ढूंढने की बेतहाशा कोशिश करती हैं, लेकिन ताजदार उसे बचा लेता है. इस बीच, गुस्से में भरी वहीदन के पास फ़रीदन के लिए एक प्रस्ताव है.
Ler Maisताजदार और आलमज़ेब: वतन या इश्क
एक बगावत की साज़िश रची जा रही है, और आलम और ताजदार का इश्क परवान चढ़ रहा है. मल्लिकाजान और फ़रीदन को एक-दूसरे की काली करतूतों के राज़ पता चलते हैं.
Ler Maisबिब्बोजान - इंकलाब ज़िंदाबाद
तवायफ़ों के खिलाफ़ कार्टराइट की साज़िश का पर्दाफ़ाश होता है. आलम के साथ ज़िंदगी गुज़ारने की ख्वाहिश लिए ताजदार, मल्लिकाजान के पास जाता है - पर उसकी मंज़ूरी की एक शर्त है.
Ler Maisहीरामंडी: आखिरी नज़राना
तवायफ़ों और वतन, दोनों की आज़ादी की लड़ाई हीरामंडी के दरवाज़े तक पहुंच जाती है. इस जंग के नतीजे में जीत हासिल होगी या बर्बादी?
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